मुस्लिम परिवार ने जिसे रमजान समझकर दफनाया था वो लौटा जिंदा

कौशांबी के सैनी में कब्रिस्तान में दफन लाश को लेकर मची खींचतान के बीच गुरुवार रात एक नया मोड़ आ गया। कब्र में रमजान है या सूरज, इसको लेकर पुलिस ने दोनों परिवारों का डीएनए सैंपल लेकर जांच को भेजा था। सभी DNA रिपोर्ट का इंतजार कर रहे थे कि अचानक रमजान पुलिस के सामने पहुंच गया और बोला कि मैं जिंदा हूं।

इसके बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए कि आखिर जिस लाश को रमजान बताकर बिजलीपुरा के मुस्लिम परिवार को सैंपा गया था, कहीं वो सूरज तो नहीं था। इसके बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। बताया जाता है कि अब सूरज के परिजन डीएम से मिलकर लाश उन्हें सौंपने की मांग करेंगे।

पहले जानते हैं अचानक सामने आए रमजान की कहानी

गुरुवार रात पुलिस के सामने पहुंचे रमजान ने बताया ”बेरोजगारी के चलते मां-बाप उसे बेकार बोलकर ताना देते थे, कहते थे कि बैठकर खाना खाता है, कोई काम धाम भी नहीं करता, ये बात उसे अंदर ही अदंर खाए जा रही थी इसलिये मैं 4 महीने पहले घर छोड़कर प्रयागराज चला गया था। वहां मजदूरी कर रहा था, इतने दिनों में मेरी मां-बाप से कोई बात नहीं हुई।”

20 जुलाई को रिश्तेदार मिला तो बताई पूरी कहानी

20 जुलाई को उसके एक रिश्तेदार मुझे प्रयागराज के चौफटका इलाके में मिल गए और उन्होंने मुझे देखा तो हैरान रह गए, उसने कारण पूछा तो पूरी कहानी पता चली। जिसे सुनने के बाद उसका पसीना छूट गया। तुरंत बिजलीपुर में मां सफीकुलनिशा व पिता शब्बीर को फोन कर अपने जिंदा होने की बात बताई। जिसके बाद वह प्रयागराज से निकला और खुद के जीवित होने का सबूत देने देर शाम को सैनी कोतवाली पहुंच गया। पुलिस को भरोसा नहीं हुआ तो तुंरत मां-बाप को बुलवाया। दोनों ने उसे रमजान बताया तो उसे उनके साथ जाने दिया।

अब जानते हैं कि कैसे उलझा मामला

दरअसल, बीती 11 जून को कौशांबी के बनपुकरा रेलवे स्टेशन के पास पिलर नंबर 812 के पास एक युवक की लाश मिली थी। उस समय शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को सुरक्षित रखवार पहचान आसपास क्षेत्र में पूछताछ कर पहचान कराने का प्रयास कर रही थी।

14 जून को पहले शब्बीर ने किया दावा

14 जून की शाम को लाश मिलने का वीडियो देखकर बिजलीपुर के शब्बीर और सफीकुलनिशा ने रेलवे ट्रैक पर मिले शव की पहचान अपने बेटे रमजान के रूप में की। इसके बाद 15 जून को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर दोनों को सौंप दिया। शब्बीर व सफीकुलनिशा ने शव को अपने रीति रिवाज के अनुसार कब्रिस्तान में दफन करवा दिया।

28 जून को पहुंचा सूरज का परिवार

इस मामले में पहला मोड़ तब आया जब 28 जून को जनपद फतेहपुर निवासी शिक्षक संतराज कौंशांबी पुलिस के पास पहुंचे और रेलवे ट्रैक पर मिली लाश अपने बेटे सूरज की बताकर उनसे लाश मांग ली। पुलिस ने बताया कि वह रमजान है और उसका शव दफना दिया गया है तो उसी दिन संतराज ने कौशांबी के डीएम सुजीत कुमार से शिकायत कर बिजली गांव में दफन लाश के सूरज होने का दावा किया और बेटे की लाश उन्हें सौंपने की मांग कर दी।

संतराज ने बताया-नाराज बेटे ने की है खुदकुशी

संतराज ने डीएम को बताया था कि उनका बेटा सूरज 11 जून को घर से नाराज होकर चला गया था। उसके बाद सैनी कोतवाली के बनपुकरा गांव के समीप दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली थी। जो लाश को बिजलीपुर गांव के शब्बीर के परिवार ने अपना बेटा रमजान बताकर कब्र में दफन कर दिया है। वह सूरज की लाश है।

3 जुलाई को शव निकालकर लिये गए DNA सैंपल

डीएम संतराज की बात सुनकर हैरान रह गए और आनन फानन में बिजली गांव में दफन लाश को निकलवाने के आदेश सीओ सिराथू को दिये। अब कब्र में कौन है ये जानने को 3 जुलाई को सीओ सिराथू केजी सिंह, एसडीएम राहुल देव भट्‌ट और डॉक्टर नीरज सिंह की मौजूदगी में कब्र खुदवाकर लाश से बाल, नाखून व स्किन के सैंपल लिये गए थे। इसके बाद शिक्षक संतराज और बिजलीपुर के शब्बीर और सफीकुलनिशा के भी सैंपल लेकर लखनऊ जांच के लिये भेजे गए थे। उसके बाद से पुलिस-प्रशासन डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी।

रमजान का परिवार में लौटी खुशी

बिजलीपुर के शब्बीर और पत्नी सफीकुलनिशा जिस बेटे की मौत का मातम मना रहे थे, उसे जिंदा देख तो खुशियां मा रहे हैं। रमजान की मां सफीकुलनिशा, पिता शब्बीर का कहना है कि पुलिस ने जिस लाश को दिखाया वह उनके बेटे जैसी दिखी, इस कारण उन्होंने पहचान कर ली। पुलिस ने उन्हें लाश रमजान के होने का भरोसा दिया था। उनकी कोई गलती नहीं है। बेटे को सामने देख अब शब्बीर और सफीकुलनिशा उसे अपने पास से एक पल के लिए भी ओझल नहीं होने दे रहे।

फतेहपुर के संतराज को सूरज की लाश का इंतजार

अब जब रमजान वापस आ गया है तो कब्र में सूरज के दफन होने का उम्मीद बढ़ गई है, इसकी जानकारी फतेहपुर में संतराज को दी गई है। संतराज अब डीएम से मिलकर लाश सूरज होने का फिर दावा करेंगे क्योंकि रमजान के आने के बाद अब लाश के दूसरे दावरेदार वही हैं।

CO बोले-रमजान के जीवित होने की रिपोर्ट दे दी है

सीओ डॉ केजी सिंह ने बताया कि रमजान सैनी पुलिस के सामने पेश हुआ है, जिससे पूछताछ की गई है। प्रकरण मे जांच जारी है। रमजान के जीवित होने के जानकारी उच्चाधिकारियों को प्रेषित की गई है। निर्देश के क्रम मे अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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