अब हार्ट बीट को समझकर बिना किसी कमांड के गानों की धुन बदलेगी,जाने हैरान करने वाली टेक्नोलॉजी

 

बता दे कि अब आप बिना किसी जद्दोजहद के केवल अपनी दिल की धड़कन से किसी एक गाने को अलग-अलग धुन और ताल पर सुन सकते हैं। यह पढ़कर आप हैरान रह गए होंगे लेकिन सच है।   ब्रिटिश कंपनी ‘AI म्यूजिक’ ने इस टेक्नोलॉजी को डेवलप किया है।यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से इंसान की हार्ट बीट को समझकर बिना किसी कमांड के गानों की धुन को बदल देती है। हाल ही में इस कंपनी को ‘एपल’ ने टेक ओवर किया है।   AI क्या होती है? AI के जरिए म्यूजिक की वर्किंग कैसे होती है? यह मशीन कैसे चलती है और कैसे गानों की धुनों को बदलती है?

 AI क्या होता है?
आपने अमेजन एलेक्सा के बारे में तो सुना ही होगा। वॉयस कमांड देते ही एलेक्सा आपकी पसंद के गाने या अन्य दूसरे कमांड को सुनकर उसे फॉलो करता है। यह सब कुछ AI टेक्नोलॉजी के जरिए होता है। यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके जरिए हम ऐसे एडवांस कंप्यूटर सिस्टम बना सकते हैं जो इंसानी दिमाग की तरह चीजों को बेहतर तरीके से समझ सकता है। साथ ही बिना किसी कमांड के वह खुद ही परिस्थितियों के हिसाब से फैसला ले सकता है।

AI के जरिए म्यूजिक की वर्किंग कैसे होती है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI म्यूजिक इंडस्ट्री में कई तरह से काम करती है। इसकी कुछ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल आर्टिस्ट करते हैं और कुछ का इस्तेमाल म्यूजिक ऐप अपने यूजर के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए करते हैं। AI के जरिए म्यूजिक की वर्किंग मुख्य रूप से तीन तरह से होती है-

1. ‘इंफाइनाइट म्यूजिक इंजन’: यह म्यूजिक इंडस्ट्री में AI का अपडेटेड वर्जन है। इसमें एक ही गाने की धुन और ताल में तीन से चार तरीके के बदलाव किए जाते हैं। इसमें डीप हाउस जैज और स्लो एंड रिवर जैसे एक ही गाने के कई वर्जन मिलेंगे। इसे ऐसे समझिए कि आप जिम में वर्कआउट कर रहे हैं तो आपकी धड़कन तेज हो जाती है। एपल हैंड वॉच AI के जरिए इसे मॉनिटर करने के बाद जो सॉन्ग बज रहा है उसकी धुन को ही बदल देगी।

2. नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग : यह तकनीक इंसान की स्पीच को टेक्स्ट के जरिए समझती है। आसान भाषा में कहें तो इसमें किसी गाने को उसके शब्दों के जरिए समझा जाता है। साथ ही इस प्रोसेस में गाने के बारे में इंटरनेट पर क्या चर्चाएं हैं उसका आर्टिस्ट कैसा है इसे समझा जाता है। जिसमें कुछ ‘कीवर्डस’ का इस्तेमाल होता है यानी वो शब्द जो उस गाने और आर्टिस्ट के बारे में सबसे ज्यादा कहे जाते हैं।

3. ऑडियो मॉडल: यह AI टेक्नोलॉजी गाने की स्पीच की बजाय उसके ऑडियो पर रिसर्च कर जानकारी बटोरती है। गाने का सुर लय और ताल समझ कर उसे यूजर्स को रिकमेंड करती है।

एक ही गाने के इन चार धुनों से समझिए पूरा मामला
अगर आप सोच रहे हैं कि AI को हमारे मूड के बारे में पता कैसे चलेगा? तो इसका जवाब है कि AI आपकी हार्ट बीट के जरिए आपके मूड का पता करता है। जैसे- आप दौड़ रहे हैं तो आपकी हार्ट बीट ज्यादा होगी। इसी तरह जब आप सो रहे होंगे तो आपकी नॉर्मल हार्ट बीट होगी जिसे समझकर AI गाने की धुन को डीप हाउस जैज और स्लो एंड रिवर में बदल देता है।यहां एक बात जानना जरूरी है कि यह टेक्नोलॉजी सिर्फ उसी गाने पर लागू होगी जिसका कॉपीराइट एपल के पास है या जिस गाने का फ्री कॉपीराइट ऑनलाइन मौजूद है।

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